हमेशा सकारात्मक और Motivate रहें
इस महामारी जैसी लंबी व कठिन प्रक्रिया के दौरान सकारात्मकता बनाये रखना और मोटिवेशन लेवल बनाए रखना इतना आसान भी नहीं है; पर थोड़े प्रयास से इस स्तर को क़ायम रखा जा सकता है।
और हमेशा सकारात्मक और Motivate कैसे रहें
हमेशा सकारात्मक और Motivate कैसे रहें
(i) अमूमन ख़ुश रहें और दूसरों को भी ख़ुश रखें। पढ़ाई को तनाव की तरह लेने के बजाय एंज्वॉय करें और भीतर से प्रसन्न रहें। एक शायर ने लिखा है खुलूस दिल में, जुबाँ पर मिठास रहने दो, न ख़ुद रहो, न किसी को उदास रहने दो ।
(ii) छोटी-छोटी खुशियों को सेलिब्रेट करें और आज की खुशी कल के लिए आरक्षित न करें। मेरा अभिप्राय यह है कि ऐसा रवैया न बनाएँ कि मैं तो फ़लाँ सफलता मिलने पर ही ख़ुश होऊँगा या सेलिब्रेट करूँगा। ज़िंदादिली बनी रहे, इसके लिए ज़रूरी है कि ख़ुश रहने के लिए किसी मौक़े का इंतज़ार क़तई न करें।
(iii) किसी से मिलना मोटिवेशनल लगता है और किसी से बात करके निराशा और अवसाद मिलता है। अतः कोशिश करें कि पॉज़िटिव सोच रखने वालों की संगति करें और निगेटिविटी से भरपूर लोगों से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें। यानी नकारात्मक लोगों से व्यर्थ के विवादों में उलझे बग़ैर अपनी राह में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते जाएँ।
हाँ, समालोचनात्मक टिप्पणी और सुधार के सुझावों का खुलकर स्वागत करें।
(iv) अपनी रुचियाँ विकसित करें। हममें से हर किसी का रुझान और अभिरुचियाँ अलग-अलग हो सकते हैं। किसी को खेलना पसंद है तो किसी को नॉवेल पढ़ना, किसी को योगाभ्यास भाता है तो किसी को सिनेमा-संगीत का शौक़ होता है। अपनी रुचियों पर बहुत ज़्यादा वक़्त न भी इन्वेस्ट कर सकें, पर दिन में एक-दो घंटा तो इन्हें दे ही सकते हैं। ये रुचियाँ व शौक़ न केवल आपको ख़ुशी और संतुष्टि देते हैं, बल्कि तरोताज़ा एहसास भी कराते हैं। सकारात्मकता बनाए रखने के लिए ज़रूरी है कि छोटी-छोटी खुशियाँ सेलिब्रेट करें और छोटी-छोटी बातों का तनाव न लें।
यदि आप हमेशा सकारात्मक और मोटिवेशन से भरे रहना चाहते है तो इन बातों को नजरअंदाज न करे और इन बातों को जरूर अपनाये और इनपर अमल भी करे -” धन्यवाद ”
Motivational Topic-