अपनी मानसिकता पर कंट्रोल कैसे करें | how to control your mindset in hindi

अपनी मानसिकता पर कंट्रोल 

ऐसे कई व्यक्ति देखे गए हैं जो जीवन में हर ऐशो आराम की चीजें पा लेने के बावजूद खुश नहीं हैं। ऐसा क्यों हैं? उत्तर हैं उस व्यक्ति की मानसिकता, मानसिकता जिस पर वह नियंत्रण ही नहीं कर पा रहा हैं। जीवन में जो भी चीजें आपको मिली हैं पहले उसकी कीमत को समझे, और इस बात को समझे की असली खुशी तो आपके अंदर की हैं, जिसका आप स्वयं निर्माण करते हैं।

जब आप अपनी मानसिकता के जरिये यह मानने लगे कि ‘मेरे अंदर की शक्ति मेरी जिंदगी को कंट्रोल करती हैं, तब आप बाहरी बातों को (जिनसे) आपको कष्ट पहुंचता हैं बेकार समझकर उन्हें नजरअंदाज कर देंगे और सिर्फ अपने अंदर की आवाज ही सुनेंगे। इससे आपके सभी निर्णय अबाध रूप से सही बनेंगे।

स्वामी विवेकानन्द ने कहा हैं

The powers of the mind are like the rays of the sun dissipated. When they are concentrated, they illumine.’ ; Swami Vivekanand

इसका अर्थ:- मन की शक्तियां विलीन हो चुकी सूर्य की किरणों के समान हैं। जब वे एकाग्र होते हैं, तो वे प्रकाशित होते हैं।’

मन की शांति के लिए क्या करें

सक्सेस होना है तो,आज ही इन आदतों को छोड़ो 

आइये इस बात को एक उदाहरण के जरिये समझते हैं:-

एक महात्मा को राह चलते एक व्यक्ति ने गालियां दीं। वे उसकी बातें सुनते रहे जब तक वह बोलते-बोलते थक न गया। तब महात्मा जी ने उस आदमी से पूछा- अगर किसी की दी हुई चीज न ली जाय, तो वह चीज किसके पास रहेगी?” उसने उत्तर दिया, “चीज देने वाले के पास ही रहेगी। तब उस महात्मा ने कहा, ‘मैं तुम्हारी इन गालियों को लेने से इंकार करता हूं।’ वह आदमी हक्का-बक्का रह गया।

कहानी से शिक्षा – 

आपने इस कहानी में देखा कि महात्मा जी का कंट्रोल अंदरुनी था, वह अपने अन्दर की असीम ताकत और मन की शांति को जानते हैं । अतः आप यदि अंदरुनी खुशी के पीछे दौड़ें, जो एक ऊंचे स्वाभिमान का निर्माण करती हैं। अपनी सोच सकारात्मक बनाए, तो आपको बाहरी परिवेश और बहार की बुराइयों से बचाता हैं.

अपनी सोच और मानसिकता को सकारात्मक बनाने के लिए क्या करें-

  • अपने मन की शक्ति में विश्वास रखें।
  • किसी के द्वारा की गई आलोचना को सहजभाव में लेने की शक्ति अपने अंदर बढ़ाएं, कभी उत्तेजित न हों।
  • यह मान लें कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, जैसे एक सागर में ज्वार-भाटे (Tides)
  • रोजाना प्रकृति के सौंदर्य को निहारें।
  • कलात्मक नजरिया बनाएं, यह आपके मन के सौंदर्य को बढ़ाएगा।

आप इन कुछ बातो को जान कर और इसे अपने जीवन में उतार कर अपनी मानसिकता को सही कर सकते हैं साथ ही जीवन में असीम ख़ुशी को पा सकते हैं.याद रखें, ‘महान व्यक्ति वही जो हैं, जो दूसरे लोगों द्वारा अपने पर फैंकी गई ईंटों से एक मजबूत नींव डाल सकता हैं’– यह इरविंगस्टोन का कहना हैं।

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