सही नजरिया कैसें बनाए | how to create the right attitude

सही नजरिया कैसें बनाए 

सही नजरिया कैसें बनाए? यह सवाल कभी ना कभी हम अपने आप से करते ही हैं, पर हमें सही नजरिया कैसें बनाए इस सवाल का सही जवाब हमें नहीं मिल पता पर आज के इस आर्टिकल में हम इसी सवाल के जावब को जानेंगे.

सही नजरिया  को ले कर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विलियम जेम्स का कहना है- ‘मेरी पीढ़ी की सबसे बड़ी खोज यह है कि इंसान अपने नजरिए में बदलाव लाकर अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकता है। लेकिन यह देखा गया है कि कुछ लोग अपने नजरिए में बदलाव लाने से कतराते हैं। जिससे सही नजरिया हम कभी भी बना नहीं पाते इसका मुख्य कारण है। – वातावरण (Environment)। चूंकि नजरिया का ज्यादातर हिस्सा बचपन से बनता है.

हम घर व स्कूल के जिस माहौल में रह चुके होते हैं, उसी में ढल जाते हैं और बड़े होकर जिंदगी में हमने लोगों और बाह्य हालातों से जैसा अनुभव किया है, उसी के अनुसार हमारा व्यवहार हो जाता है। इसके अतिरिक्त धर्म-संस्कृति की पृष्ठिभूमि (Religious and cultural background) तथा सामाजिक माहौल (Social Environment) भी हमारा वातावरण बनाने में सहयोगी बनते हैं।

अतः सही नजरिया बनाने के लिए आप निम्नलिखित बातों पर ध्यान दें रुढ़िवादी परम्पराओं के घेरे से बाहर निकलें। महात्मा गांधी : कहा है- ‘रिवाज के कुएं में तैरना अच्छा है, उसमें आत्महत्या है।’

समय के बदलाव को देखें और नैतिक मूल्यों को ध्यान हुए समय के अनुसार चलें। नैतिक मूल्यों को समझ कर उनका आचरण निष्ठापूर्ण करें। एक बेहतर इंसान बनने की प्रबल इच्छा शक्ति अपने अंदर विकसित करें।

एक बार की बात हैं मशहूर फ्रेंच फिलोस्फर ब्लेज पास्कल के पास एक व्यक्ति आया और कहने लगा, ‘अगर मेरे पास आप जैसा दिमाग हो, तो मैं एक बेहतर इंसान बन ऊंगा।’ इस पर पास्कल ने उत्तर दिया, “तुम पहले एक बेहतर इंसान अपनी सोच में बनो, फिर तुम्हारा दिमाग खुद-ब-खुद मेरा जैसा हो जाएगा।” इसका अर्थ हैं की हमारी सोच हमारे भविष्य का निर्धारण करता हैं !

सही नजरिये के लिए क्या करें?

  • हर चीज के अच्छे पहलू को देखें, जिससे आप आशावादी बनें।
  • यदि कोई आप में नुक्स निकाले, तो उत्तेजित न हों, बल्कि अपने हित में जो अच्छी बात हो, उसे ढूंढ निकालें।
  • हमेशा अच्छे वातावरण में रहने की कोशिश करें।
  • हर इंसान गलतियों का पुतला है, आप भी अपने को अछूता न समझें। अतः ‘माफी मांगे और माफ करें की प्रक्रिया अपनाएं।
  • विंस्टन चर्चिल के शब्दों में, ‘हार से हताश न हों और विजय का जश्न जमकर मनाएं।’

हम जिंदगी में हालात तो नहीं चुन सकते, लेकिन अपना सही नजरिया चुनकर प्रभावी सोच जरूर बना सकते हैं। किसी स्थिति में हम अपने आपको कैसे संभालते हैं, ढालते हैं, उसी में हमारी सही सोच काम में आती है और उसी से हमारी सफलता तय होती है।

नजरिये और परिस्थिति को एक अनोखी कहानी के उदाहरण:-

रिचर्ड ब्लेशनीडेन सन् 1904 के विश्व मेले में भारतीय चाय को प्रमोट करना चाहते थे। उन्होंने देखा कि मेले में बहुत गर्मी होने की वजह से कोल्ड ड्रिंक्स खूब बिक रहे थे। इसे देखकर उन्हें एक नई सूझ उपजी। उन्होंने चाय को चीनी के साथ मिलाकर एक कोल्डड्रिंक के रूप में बेचना शुरू किया, जिसे वहां लोगों ने खूब पसंद किया। इस तरह दुनिया में कोल्ड टी’ की शुरुआत हुई।

मै उम्मीद करता हु की सही नजरिया कैसे बनाए, इस सवाल का जवाब आपको मिल गया होगा इस आर्टिकल में हमने सही नजरिया कैसे बनाए इसके साथ साथ आपको सही नजरिया बनाने के लिए क्या करें इसे भी जाना.यह जानकारी आपको ज़रा भी सही और अच्छा लगा हो तो इसे शेयर करें. “धन्यवाद” 

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