बचत में लगाये जुगत | MONEY SEVING TIPS

बचत में लगाये जुगत | MONEY SEVING TIPS

यदि आपका भी यही सवाल हैं की पैसे कैसे बचाए (How To Save Money)हम अपने-अपने स्तर पर पैसे बचाने की हम कोशिश करते हैं, पर कई बार कुछ ऐसी जरूरतें आ जाती हैं जिन पर खर्च करना ही पड़ता है। कई बार ऐसा भी होता है कि हम एक तरफ तो पैसे बचाते हैं और दूसरी तरफ उसका दोगुना उड़ा देते हैं। इससे होता ये है कि बचाने से ज्यादा खर्च कर देते हैं और बचत के नाम पर हमारे पास कुछ नहीं बचता। दरअसल, पैसों को सोच-समझकर खर्च करने के साथ-साथ बचत करने के लिए अनुशासन और ईमानदारी की जरूरत होती है

कई अध्ययनों के मुताबिक  “ज्यादातर लोग पैसा तब खर्च करते हैं जब उनके पास पैसा ज्यादा होता हैं” उनकी आय जैसे-जैसे बढ़ती है जीवन में बदलाव होने लगते हैं। का इच्छाएं जरूरतों में बदल जाती हैं पता ही नहीं चलता और उन्हें पूरा करने में सारी आमदनी लगा देते हैं लिहाजा पैसों से जुड़े फैसले लेने से पहले जरूरतों और इच्छाओं में फ़र्क जानना बेहद जरूरी है आय कम हो या ज्यादा, उससे बचत करना सीखें और जो बचाया है उसे ईमानदारी से सुरक्षित करें।

MONEY SEVING TIPS

MONEY SEVING TIPS

1. सैलरी से कितना बचा रहे हैं (How Much Are You Saving From Salary)

आमतौर पर जब पैसे बचाने की बात आती है, तो बचाई गई राशि इस बात से निर्धारित होती है कि जरूरतों पर खर्च करने के बाद महीने के अंत में कितना बचता है। यह बचत का पुराना तरीका है। प्रसिद्ध निवेश गुरु वारेन बुफे के अनुसार आपको अपनी बचत का प्रतिशत या बचत राशि खर्च करने से पहले निर्धारित करनी चाहिए। खर्च से पहले मासिक आय का कम से कम बीस प्रतिशत बचत के लिए निकालना चाहिए और उसके बाद ही खर्च करने चाहिए। इसे उदाहरण से समझते हैं-

मान लीजिए कि मासिक आय 10 हजार रुपए है और इसमें से 50 फ़ीसदी धन बुनियादी जरूरतों पर खर्च करते हैं, तो आय का कम से कम 20 फ़ीसदी बचत में पहले ही डालें।

2. आपात निधि तैयार करें (Create Emergency Fund):-

अगर आप एक दिन में एक रुपए की भी बचत कर रहे हैं, तो महीने में कम से कम तीस रुपए का निवेश अवश्य करें। हर छोटी-छोटी बचत को आपात कालीन निधि में डालते जाएं। विशेषज्ञों के मुताबिक, हर व्यक्ति के पास तीन से छह महीने के घर खर्च के बराबर अतिरिक्त राशि होनी चाहिए। इस निधि को बचत खाते में या किसी भी अच्छे तरल म्यूचुअल फंड में रख सकते हैं।

3. बचत को निवेश करें (Invest Savings):-

अपनी मासिक आय और सामान की खरीद पर मिली छूट से जो पैसा बचा रहे हैं उसे सही जगह सुरक्षित करें। इस निवेश में बेहतर वापसी और बढ़ोतरी के लिए किसी भी अच्छे म्यूचुअल फंड में एसआईपी शुरू उदाहरण के लिए… अगर 10 हजार रुपए महीना बचत कर रहे हैं, और दस साल के लिए इसकी एक अच्छे म्यूचुअल फंड में एसआईपी शुरू करते हैं, तो दस साल बाद आपको 23.23 लाख (12% रिटर्न के साथ) मिल सकते हैं।

रिटायरमेंट योजना के लिए पीपीएफ में खाता खोलें जिसमें हर साल डेढ़ लाख रुपए एक मुश्त या मासिक किस्तों में भी जमा कर सकते हैं7.10 प्रतिशत ब्याज के अलावा आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलेगी।

4. भुगतान नगद करें (Pay Cash):-

यूपीआई के जरिए एक रुपए का भुगतान करने की भी सहूलियत है, पर छोटी-छोटी रक्रम के जरिए हुआ ख़र्च भी बचत ना कर पाने का एक बड़ा कारण है। हर रोज अनावश्यक चीजों पर पांच-छह रुपए का भुगतान ऑनलाइन करते हैं, तो महीने में एक ठीक-ठाक धनराशि उड़ जाती है।

इसी तरह बाजार में ख़रीदारी करते वक़्त भी निश्चिंत रहते हैं कि क्रेडिट कार्ड है, जितना चाहे ख़रीदारी कर सकते हैं। बचत करनी है तो ख़रीदारी हमेशा नकद के साथ करें। हाथ में सीमित पैसे होंगे, तो ख़र्चे भी सीमित करेंगे।

5. खर्चो में करें कटौती (Cut Expenses):-

अपनी ख़र्च करने की आदतों की समीक्षा करें और हर महीने घर ख़र्च का बजट बनाएं। उदाहरण के लिए, अगर बिजली का बिल बहुत ज्यादा आता है तो इसे कम करने की कोशिश करें। ज्यादा वॉट के ट्यूब लाइट को कम वॉट के एलईडी से बदलें। सौर ऊर्जा के विकल्प पर भी विचार कर सकते हैं जो बिजली बिल में सालाना बहुत बड़ी बचत दिलवा सकता है। घर का राशन और अन्य जरूरी चीजें स्थानीय किराना स्टोर या ऐसे मार्ट से लें जहां कम कीमत पर गुणवत्ता पूर्ण सामग्री मिलती हो।

यह भी ध्यान रखें कि जब भी सामान खरीदने जाएं, तो सूची साथ ले जाएं। अगर सूची के बिना सुपर मार्केट से राशन खरीदते हैं तो 30 प्रतिशत तक अतिरिक्त खर्च कर सकते हैं और आपको एहसास भी नहीं होगा। ‘एक पर एक मुफ़्त’ वाली योजना की वस्तुएं आवश्यकता देखकर ही ख़रीदें।

6. ब्याज के पैसे बचाए (Save Money With Intrest)- 

अगर आपने कुछ कर्ज लिए हुए हैं जैसे गृह ऋण, व्यक्तिगत कर्ज या अन्य कर्ज, तो अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से ब्याज दर को कम करने के लिए आवेदन करें और ब्याज अदायगी को कम करें। आप क़र्ज की एक मुश्त अदायगी की योजना भी बना सकते हैं जिससे ब्याज की अदायगी कम होगी और उसी बचत की रक्रम को आप अपनी बचत में बढ़ा सकते हैं। क्रेडिट कार्ड का कम से कम इस्तेमाल करें। क्रेडिट कार्ड या अन्य बिलों का भुगतान समय पर करें ताकि ब्याज

और पेनाल्टी से बचा जा सके। इसी तरह बीमा प्रीमियम की समीक्षा करें। अगर बीमा कंपनी आप से ज्यादा प्रीमियम की वसूली कर रही है तो पॉलिसी को दूसरी कंपनी में पोर्ट कर सकते हैं।

इन बातों पर भी ध्यान (Tips)

महंगी चीजें ही अच्छी हों ऐसा जरूरी नहीं। अगर कम कीमत पर आपको अच्छी और गुणवत्ता पूर्ण चीज मिल रही है तो उसे ख़रीदना समझदारी होगी।

हर महीने नए कपड़े खरीदना भी पैसों को व्यर्थ करना है। इससे आपकी अलमारी में कपड़े बढ़ते जाएंगे और खाते से पैसे कम होते जाएंगे।

मन को को मोबाइल खरीदने के एक साल बाद ही पुराना-सा लगने लगता है। फिर होता ये है कि जो मोबाइल पंद्रह हजार का खरीदा है उसकी एक्सचेंज में कीमत चार-पांच हजार रुपए ही होती है समझदारी इसी में है कि मोबाइल तब तक इस्तेमाल करें जब तक -वह काम कर रहा है।

दोस्तों यदि आप इस लेख में बताये गये सभी बातों का यदि अनुशासन से पालन करते हैं तो आप निश्चित ही एक अच्छे बचतकर्ता बन सकते हैं. क्योंकि आज के समय में जितना पैसे कमाना जरूरी हैं उतना ही जरूरी पैसे को बचाना हैं.

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