इंतिजार का फल मौत-
एक गांव में एक साधु रहता था जो भगवान पर बहुत विश्वास करता था वह साधु एक बार पेड़ के नीचे बैठा था और भगवान को याद कर रहा था उनकी तपस्या कर रहा था अचानक वहां बाढ़ आ गयी और चारों तरफ पानी ही पानी बहने लगा !!
सब लोग अपने आप को बचाने के लिए ऊपर की तरफ जाने लगे वहां से जा रहे लोगो ने देखा कि साधु ऐसी हालत में भी भगवान की तपस्या कर रहे है !
उन्ही में से एक इंसान बोला – साधु जी आप हमारे साथ चलिए वरना ये बाढ़ आपको बहा ले जाएगा ” !!
साधु बोले – मैं भगवान की इतनी आराधना करता हु उनकी तपस्या करता हु भगवान मुझे बचा लेंगे !!
पानी साधु की कमर तक आ गया अब लोग वहां से नाव लेके निकलने लगे तो उनमें से एक ने साधु को कहा – अरे पानी आपके कमर तक आ चुका है हमारे साथ चलो हमारे नाव में अभी भी एक व्यक्ति की जगह है !!
साधु ने कहा – नहीं नहीं आप जाओ भगवान मुझे अपने आप ही बचा लेंगे और वह सभी नाव में बैठ कर वहा से निकल गये कुछ देर बाद पानी इतना बढ़ गया कि साधु पेड़ के ऊपर चढ़ गया पानी आ चुका था कि अब तो लोगो को लाने लेजाने के लिए हेलीकॉप्टर चलने लगा!!
एक हेलीकॉप्टर साधु के पास आया जो कि आखिर हेलीकॉप्टर था साधु के पास आकर बोले नीचे सीढ़ी है और बोले इसे पकड़ो और जल्दी से ऊपर आओ वरना आपको डूबना ही पड़ेगा यह आखिरी हेलीकॉप्टर है और आपके पास और कोई रास्ता ही नहीं है बचने के लिए !!
साधु ने कहा – रस्सी वापस ऊपर खींच लो और आप चले जाओ मुझे अपने भगवान पर पूरा भरोसा है वह मुझे बचा ही लेंगे , पानी काफी ऊपर आ गया पेड़ डूब गया साधु की डूबने से मौत हो गई !!
मरने के बाद साधु भगवान के पास गया और बोला – हे भगवान मैं पूरी जिंदगी तेरी तपस्या की पूरा करने में लगा दिया फिर भी इस भरोसे के साथ इंतजार किया कि तू मुझे बचाने आएगा लेकिन मेरी वहां डूबकर मौत हो गई तुम्हें ऐसा क्यों ?
भगवान बोले – अरे मूर्ख इंसान मैं तुझे बचाने के लिए एक नहीं तीन-तीन बार आया पहले पैदल दूसरा नाव ले कर और तीसरे बार हेलीकाप्टर ले कर के लेकिन तू मुझे पहचान नहीं पाया वो तीनो बार मैं हो तो था जो तुझे बचाने आया था !!
इस तरह जिंदगी में भी ऊपर वाले हमें बहुत मौके देता है लेकिन हम उन सबको ठुकरा कर न जाने किस बात , किस चीज का इंतजार कर रहे होते हौ कि वह होगा तभी यह करूँगा और ऐसे करते-करते हम होगा तभी करूंगा इस बात पर अड़े रहने से एक के बाद सभी चीजें हमारे हाथ से छूट जाता है !!
कहानी से शिक्षा –
“हमे कभी भी जीवन मे बेहतर या अगले का इंतिजार नही करना चाहिए ,जो है उसे स्वीकार करते हुए आगे बढ़ जाना चाहिए क्योंकि उस वक्त में हमारा वही फैसला श्रेष्ठ रहता है !!”
और पढ़े –