ब्रेक-अप के बाद दिशा पाटनी की लग गई लॉटरी

‘मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता..’ फिल्म दीवार का एक और यादगार डायलाॅग

‘हम जहां खड़े होते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है।’ कालिया फिल्म का डायलाॅग

‘कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है, कि जिंदगी तेरी जुल्फों की नर्म छांव में गुजरने पाती, तो शादाब हो भी सकती थी..!’ डायलाॅग फिल्म ‘कभी-कभी’ का

‘आई कैन टाॅक इंग्लिश, आई कैन वाॅक इंग्लिश, आई कैन लाॅफ इंगलिश बिकाॅज, इंग्लिश इज ए वेरी फन्नी लैंग्वेज!’    फिल्म नमक हलाल का डायलॉग

‘प्रतिष्ठा, परंपरा, अनुशासन। यह इस गुरुकुल के तीन स्तंभ हैं, ये वो आदर्श हैं, जिनसे हम आपका आने वाला कल बनाते हैं।’‘मोहब्बतें’ फिल्म का कमाल डायलाॅग

‘हमारे देश में काम ढूंढ़ना भी एक काम है..’फिल्म- सत्ते पे सत्ता का डायलॉग