छोड़ की किसी से वफ़ा की तलाश जो रूठ सकते है वो भूल भी सकते है
रो पड़ा है आसमा भी मेरी वफ़ा को देख कर देख तेरी बेवफाई की बात बदलो तक जा पहुंची
अब जुदाई के सफ़र को मिरे आसान करो तुम मुझे ख़्वाब में आ कर न परेशान करो
दिल में तुम्हारी अपनी कभी चोर जायेंगे आँखों में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे