कोयल की कुह-कुहू में हैं जो मिठास, नदिया के जल में भी है खनकती आवाज, ऐसा ही सुरीला होगा आपका आज, दिल से कहते हैं आपको सुप्रभात!
लबों पर मुस्कान और आखों में खुशी गम का कही कोई काम ना हो... हर दिन लाये आप के लिए इतनी खुशी जिसके ढलने की कोई शाम ना हो।