love hindi shayri
तेरे नज़रों के तीर इतने शातिर है, की पता ही नही चलता किस के खातिर हैं।
चाँद से चाँदनी होती है सितारों से नही, और प्यार एक से होता है हजारो से नही।
एक सपने की तरह सजा कर रखु अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखु मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं वर्ना ज़िंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखु।