love hindi shayri

तेरे नज़रों के तीर इतने शातिर है, की पता ही नही चलता किस के खातिर हैं।

चाँद से चाँदनी होती है सितारों से नही, और प्यार एक से होता है हजारो से नही।

क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है, एक दिन का भी इंतज़ार दुष्वार हो जाता है, अपने भी लगने लगते हैं पराये, जब एक अजनबी पर एतवार हो जाता है।

भंवर से निकल कर एक किनारा मिला है, जीने को फिर एक सहारा मिला है, बहुत कश्मकश में थी ये जिंदगी मेरी, अब इस जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है।

एक सपने की तरह सजा कर रखु अपने इस दिल में हमेशा छुपा कर रखु मेरी तक़दीर मेरे साथ नहीं वर्ना ज़िंदगी भर के लिए उसे अपना बना कर रखु।

हर पर्वत को झुका नही सकते, हर दरिया को सुखा नही सकते, तुम हमे भूल जाओ भले ही, लेकिन हम तुम्हे कभी भुला नही सकते।