सीधा-साधा भोला-भाला मैं ही सबसे सच्चा हूँ कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ
कहा होते है इतने तजुर्बे किसी हाकिम के पास माँ आवाज़ सुनकर बुखार नाप लेती है
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी
माँग लूँ ये मन्नत की फिर यही जहाँ मिले फिर वही गॉड फिर वही माँ मिले