दिवाली क्यों मनाई जाती है? 05 पौराणिक कथाये
दिवाली क्यों मनाई जाती है? इसकी प्रमुख वजह जो की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हैं जिसे आप औ हम जानते हैं और वह कथा हैं रामायण का एक अंश जिसमें प्रभु श्री राम चौदह वर्ष के वनवास के रावण का वध कर के लौटे थे जिसके आगमन की ख़ुशी में पुरे अयोध्या नगरी को दीपो से सजाया गया था.
दीपावली मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं व मान्यताएं हैं। इसी अनुसार देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के तरीकों में भी विभिन्नता पाई जाती हैं। आइए जानते हैं आखिर दिवाली क्यों मनाई जाती है–
1. भगवान राम अयोध्या लौटे थे
माना जाता है कि जब भगवान राम रावण को हराकर और चौदह वर्ष का वनवास पूरा कर अयोध्या लौटे तो नगरवासियों ने पूरे अयोध्या को रोशनी से सजा दिया और यहां से ही भारतवर्ष में दिवाली के त्योहार का चलन शुरू होना माना जाता है।
2. हिरण्यकश्यप का वध
एक पौराणिक कथा के अनुसार विष्णु ने नरसिंह रूप धारणकर हिरण्यकश्यप का वध किया था। दैत्यराज की मृत्यु पर प्रजा ने घी के दीये जलाकर दिवाली मनाई थी।
दीवाली की शुभकामनाएं हिंदी लाइन | HAPPY DIWALI WISHES
3. कृष्ण ने नरकासुर का वध किया
कृष्ण ने अत्याचारी नरकासुर का वध दीपावली के एक दिन पहले चतुर्दशी को किया था। इसी खुशी में अगले दिन अमावस्या को गोकुलवासियों ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थीं।
4. शक्ति ने धारण किया महाकाली का रूप
राक्षसों का वध करने के बाद भी जब महाकाली का क्रोध कम नहीं हुआ तब भगवान शिव स्वयं उनके चरणों में लेट गए। भगवान शिव के शरीर स्पर्श मात्र से ही देवी महाकाली का क्रोध समाप्त हो गया। इसी की याद में उनके शांत रूप लक्ष्मी की पूजा की शुरुआत हुई। इसी रात इनके रौद्ररूप काली की पूजा का भी विधान है।
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5. प्रकट हुए लक्ष्मी, धन्वंतरि व कुबेर
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार दीपावली के दिन ही माता लक्ष्मी दूध के सागर, जिसे केसर सागर के नाम से जाना जाता है, से उत्पन्न हुई थीं। साथ ही समुद्र मन्थन से आरोग्यदेव धन्वंतरि और भगवान कुबेर भी प्रकट हुए थे।
आज इस आर्टिकल में हमने दिवाली क्यों मनाई जाती है? इसके जवाब में पांच पौराणिक कथाओं के बारे जाना और यह जानकारी सभी भारतवासियों को होना आवश्यक हैं, और दीपावली भारत की सबसे प्रमुख त्यौहार मानी जाती हैं.